हम सबने एक ही जाम पिया
थोड़ा सोडा , थोड़ी शराब ,
थोड़ा पानी
थोड़ा हाजमा ,थोड़ा नशा ,
थोड़ी ज़िन्दगानी
प्यास और नशे का फर्क ढूँढते रहे
ज़िन्दगानी का सबब खोजते रहे
उफन कर बहे नहीं ,
ख़्वाब ढूँढते रहे
ग़ाफ़िल हैं सफ़र में
अन्दाज़ ढूँढते रहे
थोड़ा सोडा , थोड़ी शराब ,
थोड़ा पानी
थोड़ा हाजमा ,थोड़ा नशा ,
थोड़ी ज़िन्दगानी
प्यास और नशे का फर्क ढूँढते रहे
ज़िन्दगानी का सबब खोजते रहे
उफन कर बहे नहीं ,
ख़्वाब ढूँढते रहे
ग़ाफ़िल हैं सफ़र में
अन्दाज़ ढूँढते रहे