जरुरी नहीं के
लौटें वो रास्ते
जिनसे थे गुजरे
अरमाँ के वास्ते
पलट कर कभी फिर
नहीं आने वाला
गुजरा था जो पल
रहबर के वास्ते
जिन्दा तो कर लें
कहाँ हैं वो हम
कहाँ हो वो तुम
खो गए रास्ते
जब थे खड़े हम
आँखें बिछाये
हुए न मेहरबाँ
किस्मत के रास्ते
मेरी आवाज़ में ( एक कोशिश की है )
jaruri nahee ke.mp31179K Play Download
शारदा जी बहुत सुंदर गजल, लेकिन हम सुन नही पा रहे, जब भी वहा कलिक किया वो गुगल मेल पर पहुच जाते है, शायद आप ने लिंक डालने मै कोई गलती कर दी है, कृप्या चेक करे
जवाब देंहटाएंपलट कर कभी फिर
जवाब देंहटाएंनहीं आने वाला
गुजरा था जो पल
रहबर के वास्ते
बहुत सुन्दर जीवन के दर्शन
हुए न मेहरबाँ
जवाब देंहटाएंकिस्मत के रास्ते
सुन्दर
पलट कर कभी फिर
जवाब देंहटाएंनहीं आने वाला
गुजरा था जो पल
रहबर के वास्ते
बहुत खूबसूरत ....एहसासों को सुन्दर लफ्ज़ दिए हैं..
जिन्दा तो कर लें...कहाँ हैं वो हम
जवाब देंहटाएंकहाँ हो वो तुम.....खो गए रास्ते....
शारदा जी,
कहाँ हैं वो हम
कहाँ हो वो तुम....
बस सारा दारोमदार... वज़्न....और खूबसूरती
सिर्फ़ और सिर्फ़ ’वो’ में निहां हो गई है
क्या कहें....अल्फ़ाज़ नहीं दाद के लिये...वाह वाह.
बहुत बेहतरीन..वाह!
जवाब देंहटाएंशार्दा जी बहुत सुन्दर रचना है बधाई
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