तेरी आँखों से देखे सपने
तेरी नजरों से देखी दुनिया
कल तक तो थी पकड़े उँगली
आज सपनों के पँख उधार दिये
बचपन के दिन तो यूँ गुजरे
कल तक तो थी पकड़े उँगली
आज सपनों के पँख उधार दिये
बचपन के दिन तो यूँ गुजरे
हँसते रोते , मेरी मुनिया
दस्तक जो दी इस यौवन ने
फूलों की डाल निहाल हुई
सँग तेरे गुजरे गलियों से
दस्तक जो दी इस यौवन ने
फूलों की डाल निहाल हुई
सँग तेरे गुजरे गलियों से
आड़ी टेढ़ी है ये दुनिया
किलकारी तेरे बचपन की
जिन्दा है आज भी जहन में
सँग सपनों का सँसार लिये
किलकारी तेरे बचपन की
जिन्दा है आज भी जहन में
सँग सपनों का सँसार लिये
बिटिया को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामना। आपने भी सुन्दर काव्यात्मक तोहफा दिया।
जवाब देंहटाएंसादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
हमारी ओर से भी प्यारी बिटिया को
जवाब देंहटाएंजन्म-दिन की बधाई!
आपने कविता भी बढ़िया लिखी है!
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जवाब देंहटाएंnice style of wishing mumma,thanks a lot :) love you
जवाब देंहटाएंnanhi-si gudiyaa ko
जवाब देंहटाएंjanam-divas par
vishesh mubarakbaad .
kavita meiN shabd motiyoN ki tarah
jade haiN .
Aur aapko ek pyari so rachna ke liye badhai ho.........
जवाब देंहटाएंwaise ham anjan hote huwe bhi ek dusro ko kitani asani se badhai deleten h hai..na.
Mai bhi chartered accountant student hun...!
हमारी तरफ़ से बिटिया को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामना। आप ने कविता के रुप मै इतना सुंदर तोहाफ़ा जो दे दिया
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