गुरुवार, 30 जुलाई 2020

थोड़ा सा प्यार


थोड़ा सा प्यार घोल लेना ,सब आसान लगेगा
दुख क्या चीज है ,तूफान भी मेहमान लगेगा

अजब हकीकत है ज़िन्दगी की
कभी जोग , कभी जँग , कहीं टूटन-बिखरन
तू भी कोई रँग घोल दे ,
दूर नहीं अरमान लगेगा

रँगीन बोतलों में बिकते हैं इमोशन्स
सोडा-वॉटर की तरह बैठ जाते हैं पलों में
जो मिला है उसी में थोड़ा सा रस घोल दे ,
पाँव के नीचे आसमान लगेगा

बेचैनियों के बिस्तर पर नीँद आयेगी न कभी
हालत के सजदे में सोच का रुख मोड़ दे
काँटों के बिस्तर पर भी ,
फूलों की महक का अनुमान लगेगा

थोड़ा सा प्यार घोल लेना ,सब आसान लगेगा
दुख क्या चीज है ,तूफान भी मेहमान लगेगा 

10 टिप्‍पणियां:

  1. थोड़ा सा प्यार घोल लेना ,सब आसान लगेगा
    दुख क्या चीज है ,तूफान भी मेहमान लगेगा
    सच प्यार में बड़ी ताकत होती है, बस यह सोच बने तो धरती स्वर्ग बन जाय
    बहुत अच्छी प्रस्तुति

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  2. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा शनिवार (०१-०८-२०२०) को 'बड़े काम की खबर'(चर्चा अंक-३७८०) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है
    --
    अनीता सैनी

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  3. रँगीन बोतलों में बिकते हैं इमोशन्स
    सोडा-वॉटर की तरह बैठ जाते हैं पलों में
    जो मिला है उसी में थोड़ा सा रस घोल दे ,
    पाँव के नीचे आसमान लगेगा... क्या खूब ल‍िखा है शारदा जी आपने ... बहुत बढ़‍िया

    जवाब देंहटाएं

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