अभी मैं तुम्हारे शहर से गई नहीं हूँ
अभी तो बाक़ी हूँ मैं उन अहसासों में
अभी तो सुनाई देती है मुझे गोयथे यूनिवर्सिटेट और तुम्हारे घर के बीच की सड़क पर हवा को चीरती हुईं गाड़ियों की सरसराहट भी
अभी तो दिखाई देता है गोएथे की साइड वॉल पर लिखा हर्ज़िलिख विल्कोमेन ( हार्दिक स्वागत,Herzilich willkomen )भी
तुम्हारे घर ,घर का इंटीरियर ,रास्ते ,
तुम्हारे शहर के स्टेशन , सब मुझे याद हैं जिन्हें मैंने आँख भर कर देखा
क़ैद हो गये वो मेरे ज़हन के कैमरे में
यूँ लगता था कि जैसे इस जनम में दुबारा वहाँ आना हो, न हो
मन अपनी नाज़ुक उँगलियों से पकड़ लेता है वो सब भी जो है अनकहा , अनछुआ सा
तुम्हारा शहर मुझे इक बार फिर पटरी पर ले आया है
अभी तो ताज़ा हैं तुम्हारी जादू की झप्पियाँ
अभी तुम्हारे शहर के क्रोसों , आइसक्रीम और भुट्टों का स्वाद मेरी ज़ुबान से गया नहीं है
और तुम्हारे फ़्लैमकुकेन और सैलेडस भी ज़ुबान पर ही हैं
वो सिर्फ़ स्वाद भर नहीं थे , उनमें छिपा था मेरी पसन्द के और दुनिया भर के क्यूजिंस हमें खिलानेका लगाव
न ही गया है तुम्हारी आँखों में तिरते विष्वास और प्यार का रंग
अभी मैं तुम्हारे शहर से गई कहाँ हूँ !
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