सूरज उगता है बस तेरे लिए ....... मौके , हिम्मत और उम्मीद लिए ...... ये सौगात है बस तेरे लिए .....
न रुपया है न वो माया है
न ही वो तेरी काया है
मुझको लुभाता है जो
वो मेरी ही रूह का साया है
इन हँसीं नजारों से परे
मेरे साथ-साथ चल पाया है
सुख-दुःख के इशारे पर
भटके थे ,तो ये भरमाया है
मेरे साथ-साथ चल पाया है सुख-दुःख के इशारे पर भटके थे ,तो ये भरमाया है बहुत प्यारा लिखा है आपने
बहुत सुन्दर
bahut hi pyari rachna hai
रूह का सायाइस वाक्य ने और इसके सुन्दर प्रयोग ने प्रभावित किया वीनस केसरी
ant ki panktiyaan sabse zyaada behtareen hai...achhi hai rachnawww.pyasasajal.blogspot.com
आपके सुझावों , भर्त्सना और हौसला अफजाई का स्वागत है
मेरे साथ-साथ चल पाया है
जवाब देंहटाएंसुख-दुःख के इशारे पर
भटके थे ,तो ये भरमाया है
बहुत प्यारा लिखा है आपने
बहुत सुन्दर
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जवाब देंहटाएंरूह का साया
जवाब देंहटाएंइस वाक्य ने और इसके सुन्दर प्रयोग ने प्रभावित किया
वीनस केसरी
ant ki panktiyaan sabse zyaada behtareen hai...achhi hai rachna
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