tag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post8296888161288757032..comments2024-01-28T22:33:17.415-08:00Comments on सफर के सजदे में: सड़कों पर बिखरा है लहू शारदा अरोराhttp://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-11816185788939667022008-12-01T11:33:00.000-08:002008-12-01T11:33:00.000-08:00आपने बहुत अच्छा िलखा है । शब्दों में यथाथॆ की अिभव...आपने बहुत अच्छा िलखा है । शब्दों में यथाथॆ की अिभव्यिक्त है । मैने अपने ब्लाग पर एक लेख िलखा है । समय हो तो पढें और प्रितिक्रया भी दें -<BR/>http://www.ashokvichar.blogspot.comDr. Ashok Kumar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/01184710406024316074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-56592076228784931302008-11-28T08:21:00.000-08:002008-11-28T08:21:00.000-08:00" शोक व्यक्त करने के रस्म अदायगी करने को जी नहीं च..." शोक व्यक्त करने के रस्म अदायगी करने को जी नहीं चाहता. गुस्सा व्यक्त करने का अधिकार खोया सा लगता है जबआप अपने सपोर्ट सिस्टम को अक्षम पाते हैं. शायद इसीलिये घुटन !!!! नामक चीज बनाई गई होगी जिसमें कितनेही बुजुर्ग अपना जीवन सामान्यतः गुजारते हैं........बच्चों के सपोर्ट सिस्टम को अक्षम पा कर. फिर हम उस दौर सेअब गुजरें तो क्या फरक पड़ता है..शायद भविष्य के लिए रियाज ही कहलायेगा।"<BR/><BR/><B><A HREF="http://udantashtari.blogspot.com/" REL="nofollow">समीर जी</A> की इस टिपण्णी में मेरा सुर भी शामिल!!!!!!!</B><BR/><A HREF="http://primarykamaster.blogspot.com/" REL="nofollow">प्राइमरी का मास्टर</A>प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-71203077219388813192008-11-27T23:37:00.000-08:002008-11-27T23:37:00.000-08:00हादसे इतने ज्यादा हैं वतन में अपने।खून से छपकर भी ...हादसे इतने ज्यादा हैं वतन में अपने।<BR/>खून से छपकर भी अखबार निकल सकते हैं।।<BR/><BR/>सादर <BR/>श्यामल सुमन<BR/>09955373288<BR/>मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।<BR/>कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।<BR/>www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-29066409588022390732008-11-27T22:06:00.000-08:002008-11-27T22:06:00.000-08:00उन्होंने भारत को जंग में हरा ही दियाअपने ड्राइंग र...<A HREF="http://saamyiki.blogspot.com/" REL="nofollow"><B>उन्होंने भारत को जंग में हरा ही दिया</B><BR><BR/>अपने ड्राइंग रूम में बैठ कर भले ही कुछ लोग इस बात पर मुझसे इत्तेफाक न रखे मुझसे बहस भी करें लेकिन ये सच है उन्होंने हमें हरा दिया, ले लिया बदला अपनी...</A>अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/15543660911213576071noreply@blogger.com