tag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post123762533291280355..comments2024-01-28T22:33:17.415-08:00Comments on सफर के सजदे में: माँ के फ़ेवर्स शारदा अरोराhttp://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-55555110851445484432021-11-12T04:32:50.862-08:002021-11-12T04:32:50.862-08:00
ये गुज़ारिश है हर माँ की तरह मेरी भी
जीवन की धू...<br />ये गुज़ारिश है हर माँ की तरह मेरी भी <br /><br />जीवन की धूप में भी हिलना न तुम कभी <br /><br />ठण्डी हवा के झोंकों से ये फेवर्स तुम्हें कहेंगे <br /><br />के तुम दुनिया से जुदा हो <br /><br />अपनी माँ के लिये तुम बहुत खास हो <br /><br />हाँ तुम बहुत खास हो... सारगर्भित रचना ।जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-62796209772929212021-11-11T08:14:31.668-08:002021-11-11T08:14:31.668-08:00सभी को टिप्पणी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।गोपे...सभी को टिप्पणी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ।गोपेश मोहन जयसवाल जी , लगता है , माँ शब्द से आपका विष्वास हिला हुआ है ।शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-52183455196082570642021-11-11T05:40:06.233-08:002021-11-11T05:40:06.233-08:00सही कहा माँ के फेवर्स!
कहाँ समझते हैं बच्चे उन फेव...सही कहा माँ के फेवर्स!<br />कहाँ समझते हैं बच्चे उन फेवर्स को जो उनकी गलती को भी सही साबित करते है उन्हीं के पापा के आगे...<br />जितने फेवर्स मिलते है न कभी कभी बच्चे अपने को उतना ही सही बहुत सही समझने की गलतफहमी पाल लेते हैं।<br />मन मंथन करती लाजवाब रचना।Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-61954119848787977772021-11-11T05:19:53.557-08:002021-11-11T05:19:53.557-08:00बहुत सुन्दर !
इस ख़ुदगर्ज़ दुनिया में माँ कहाँ से आ...बहुत सुन्दर ! <br />इस ख़ुदगर्ज़ दुनिया में माँ कहाँ से आ गयी? <br />लगता है यह किसी दूसरे ग्रह से आई है ! गोपेश मोहन जैसवालnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-78497426140638634202021-11-11T01:04:43.118-08:002021-11-11T01:04:43.118-08:00बहुत सुंदर हृदय तक उतरते एहसास।बहुत सुंदर हृदय तक उतरते एहसास।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-77898949949174996152021-11-10T23:26:08.567-08:002021-11-10T23:26:08.567-08:00वाह वाह सुशील कुमार जोशीhttps://www.blogger.com/profile/09743123028689531714noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-83098894029062755282021-11-10T19:22:48.510-08:002021-11-10T19:22:48.510-08:00सुन्दर रचनासुन्दर रचनाOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-87872445140126163732021-11-10T17:47:18.873-08:002021-11-10T17:47:18.873-08:00बहुत सुन्दरबहुत सुन्दरMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13231334683622272666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4055139178405687686.post-25109909867535391932021-11-10T04:30:21.929-08:002021-11-10T04:30:21.929-08:00जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल गुरुवार(११-११-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />'अंतर्ध्वनि'(चर्चा अंक-४२४५)</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है। <br />सादर अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com