वो चिड़ियों का कलरव
सुबह की दस्तक
सूरज की आहट
किरणों की जगमगाहट
आंखों में तिरते सपनों के झुरमुट
तिनकों से जुड़ते हवामहलों के गुम्बद
अलसाई आंखों के रुपहले पर्दे पे दस्तक
हर दिन नई इक बात है
हर दिन सपनों की सुगबुगाहट साथ है
हर दिन सबेरा उजली किरणों के हाथ है
हमेशा से उजली किरण सूरज के पास है
गुरुवार, 1 जनवरी 2009
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वो चिड़ियों का कलरव
जवाब देंहटाएंसुबह की दस्तक
सूरज की आहट
किरणों की जगमगाहट
बहुत सुंदर लगी आप की यह कविता, सुबह सुबह.
धन्यवाद
वाह ! सुंदर अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंवाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंनए दिन की प्यारी सी शुरुआत :)
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर...
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